मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि लोगों के एक बड़े वर्ग का मानना था कि इस तरह के कानून किसानों की आय बढ़ाने के लिए एक आवश्यक भूमिका निभा सकते हैं। जब किसान संगठनों ने इसका विरोध किया तो सरकार ने सभी स्तरों पर संवाद स्थापित करने का प्रयास किया था। हम सब जानते हैं कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठन आंदोलन कर रहे थे, आज गुरुपर्व पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकतंत्र में संवाद की भाषा का इस्तेमाल करते हुए, तीनो कृषि कानून को वापस लेकर जो ऐतिहासिक कार्य किया है। मैं उसके लिए उनके इस कदम का स्वागत और अभिनन्दन करता हूं। उन्होंने कहा कि शुरू से ही इस सम्बंध में एक बड़ा समुदाय ऐसा था को इस बात को मानता था कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए इस तरह के कानून महत्वपूर्ण भूमिका तय कर सकते हैं, लेकिन उस सबके बावजूद कतिपय किसान संगठन इस के विरोध में आये तो सरकार ने हर स्तर पर संवाद बनाने का प्रयास किया। इस दौरान यह भी हो सकता है कि हम लोगों की तरफ से कोई कमी रह गई होगी। शायद हम उन लोगो को समझाने में कहीं न कहीं विफल रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र के इस भाव का सम्मान करते हुए पीएम मोदी का तीनो कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी को भी लेकर एक समिति के गठन करने का हम प्रदेश सरकार की ओर से स्वागत करते हैं। इसके साथ ही सभी को गुरुपर्व की की शुभकामनाएं देते हैं।

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