Home Aaryaa News UP:बालगृह में चार मासूमों की मौत…
Aaryaa Newsउत्तर प्रदेश

UP:बालगृह में चार मासूमों की मौत…

Share
Share

DESK:उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्राग नारायण रोड स्थित राजकीय बालगृह में पांच दिनों में चार बच्चियों की मौत को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए उसके अधीक्षक को निलंबित कर दिया है और मजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश दिए हैं. जिला प्रशासन ने इन बच्चियों की ठंड से मौत की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि मौत के कारणों के बारे में सही जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चल पायेंगी|

[ads1]

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

बालगृह में शहर में पाये जाने वाले निराश्रित, लावारिस और परित्यक्त नवजात शिशुओं को रखा जाता है. शहर में कहीं भी पाये गये लावारिस शिशु को यहां रखा जाता है. उनके इलाज से लेकर खानपान आदि सभी जिम्मेदारियां इस बाल गृह की होती है. महिला कल्याण विभाग के जिला परिवीक्षा अधिकारी विकास सिंह ने गुरुवार को बताया कि बाल गृह में चार बच्चियों की मौत 10 और 14 फरवरी के बीच इलाज के दौरान हुई है जो डेढ़ महीने से साढ़े पांच महीने की थीं,उन्होंने कहा कि इन बच्चियों के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं मिली है. उनका कहना था कि रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता चल सकेगा. उनके अनुसार घटना के मजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश दे दिए गए हैं. सिंह के मुताबिक राजकीय बालगृह के अधीक्षक किंशुक त्रिपाठी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और उन्हें निलंबित कर दिया गया है |

[ads2]

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

बाल गृह में पांच दिनों में चार गंभीर रूप से बीमार शिशुओं को उपचार के दौरान किंग जार्ज मेडिकल कालेज विश्वविदयालय और सिविल अस्पताल लखनऊ में चिकित्सकों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया. जिला प्रशासन ने इन बच्चियों की ठंड से मौत होने की बात को खारिज करते हुए कहा कि इन बच्चियों की स्वास्थ्य स्थिति संस्था में प्रवेश समय से ही गंभीर थी और इनका निरंतर उपचार कराया जा रहा था लेकिन इन्हें बचाया नही जा सका. इन बच्चियों का वजन 1200 ग्राम से 1600 ग्राम के मध्य था |

 

 

Share

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

पत्नी से मिलने आये प्रेमी को पकड़कर मंदिर में करवाई शादी

प्रेमी से विवाह के बाद पति के पैर छूकर लिया आर्शीवाद कानपुर...

पति को पनीर लेने भेजकर चचेरे भाई के साथ हुई फरार विवाहिता

पुलिस ने किया गिरफ्तार, थाने के मंदिर में हुई शादी मिर्जापुर (यूपी)...

जौनपुर में महिला आयोग की जनसुनवाई एवं समीक्षा बैठक, 18 पीड़िता हुई शामिल

जौनपुर (यूपी) । उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग लखनऊ की सदस्य गीता...